बनाबटी इमानदारी,
एक कला है,
ऐसी योग्यता है,
जो सफलता के शिखर तक,
अनोखी राह बनाती है,
तेज दिमाग,
जो भ्रम उत्पन्न करे,
और जब तक लोग संभले,
नया भ्रम सामने लाये,
अनोखी डिग्रियां,
कैम्पस/सिस्टम की लौबियाँ,
सरकारी खजाने से,
ऐसी नहरें निकालती हैं,
जो आरक्षित लोगों तक ही दम तोड़ देती है,
और अनोखे पम्प का तंत्र,
जो अनारक्षित को सोंख कर,
सरकारी खजाने को भरती है,
इस चक्र को चलाने को,
एक ही योग्यता चाहिए,
जोंक का भाई जोंक,
बस बनाबटी इमानदार चाहिए,
1 comment:
Very Nice Poem
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